छत्तीसगढ़ी जनउला- छत्तीसगढ़ में पहेली या जनउला का अपना अलग ही महत्व है। छत्तीसगढ़ी पहेली मौखिक रूप में पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होता रहा है ।वर्तमान में छत्तीसगढ़ी भाषा के बढ़ते महत्व के कारण छत्तीसगढ़ी पहेली को अब लिखित रूप में सँजोकर कर रखा जा रहा है। chhattisgarhi paheliyan या janaula आप सब के लिए नीचे प्रस्तुत है | यदि सभी जनउला को अंत तक पढ़ेंगे तो आपको बहुत मजा आएगा , इसके साथ -साथ यदि आप भी जनउला बुझाना चाहते हैं तो नीचे दिए कमेन्ट सेक्शन में हमारे पाठकों के लिए जनउला जरुर साझा करें |
जनउला का अर्थ क्या होता है –
जनउला को ध्यान से पढ़े तो इसका अर्थ इस शब्द में ही छिपा है जन -जानना ,अउला -उसे | यदि आप छत्तीसगढ़ में पले- बढ़े हैं और आपका सम्बन्ध छत्तीसगढ़ी भाषा बोली वाले परिवार से रहा है तो आपको जनउला क्या है ,बताने की आवश्यता नहीं है | जिस तरह हिंदी में पहेली बुझाया जाता है ,उसी तरह छत्तीसगढ़ी में जनउला पूछा जाता है |इसमें किसी वस्तु या जीव को जालसाजी तरीके से पूछा जाता है ,फिर गेस कर बताना होता है | इसका मुख्य उद्देश्य मनोरंजन ही होता है ,लेकिन अब विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में पूछे जाने लगा है |
छत्तीसगढ़ी पहेलियाँ (जनउला) With Answer–
यहाँ पर हमारे छत्तीसगढ़ की प्रचलित जनउला की लिस्ट दिया जा रहा है। इन सभी cg पहेलियों का उत्तर नीचे है। लेकिन आप कोशिश करें उत्तर अपने आप जानने की। अगर नहीं जान पाए तो उत्तर उपलब्ध है ही –
1.नांनकन लईका कूद-कूद के पार बाँधय ।
1.सुई
2.नांनकन लईका दु कौरा खाय बोडरी ल दबाबे त रस्ता दिखाय ।
2.टार्च
3.नांनकन डिबिया म डिबडाब नई जाने त चुपचाप।
3.आँखी
4.नांनकन लईका गोटानी असन पेट कहाँ जाबे टुरा रतनपुर देश ।
4.नरियर
5.तीन गोड़ के तितली नहा खोर के निकली।
5.समोसा
6.एक गोरसी म दु अंडा एक गरम एक ठंढा।
6.चँदा सूरज
7.उचकी घोड़ा म पुचकि लगाम ,उहूम बइठय ससुर दमांद।
7.बाल्टी रस्सी अउ कुंवा
8.पूरब दिशा से आइस जोगी एके गोड़ एके टोपी।
8.पिहरी
9.चकरी रे चकरी ओखर गांठे गांठ म रस नई जानबे त पांच रुपया रख।
9.जलेबी
10.सुक्खा तरिया म कोकड़ा फड़फड़ाय।
10.लाई
11.बत्तीस पीपर के एक्केच पत्ता।
11.दाँत जीभ
12.खोरोर खोरोर खोररी 6आँखी 3 बोररी।
12.हल बैल अउ किसान
हिंदी की पहेलियाँ उत्तर सहित।
13.छितका कुरिया म बाघ गुर्राय।
13.जांता
14.काटे म कटावय नही बोंगे म बोंगावय नही।
14.छाया
15.हमर ममा के नौ सौ गाय रात चरावय दिन बेड़े जाय।
15.चंदा अउ तारा
16.एक किला के दु दरवाजा उहू म निकलय सम्भू राजा।
16.नाक अउ रेंमट
17.दद के एक ठन दाई के दु ठन।
17.गोत्र
18.एदे ओदे का ए बता।
18.नजर
19.लाली बुलावत हे कोकी डरुहावत हे।
19.बोइर अउ कांटा
20.चारा के रहत ले चर बोकरा चारा सिरागे त मर बोकरा।
20.चिमनी
21.जतके रोय ततके खोय।
21.मोमबत्ती
22.चार गोड़ धरती चलय, दु गोड़ चलय आकाश ,चार मुड़ एक बिना जीव के, पंडित करौ बिचार।
22.मुर्दा अउ ओला उठाय आदमी
23.एक सिंघ के बोकरा मेरेर मेरेर नरियाय
मुह डहर ले चारा चरय बाखा ले पगुराय।
23.पिसनही
24.देखे म लाल लाल छुए म गुज गुज
चाब दिस दाई अबड़ कन बुब्बू।
24.मिरचा
25.बाप बेटा के नाम एक्के नाती के नाम औरे।
25.मउहा
26. आइठे गोइठे पार म बइठे।
26.पगड़ी
27.तोर ददा रहय टेड़गा बेड़गा तोर दाई रहय थारी तोर बहिनी रहय श्याम सुंदरी ओखर फुलगी नाक कारी।
28.काटे रुख उल्होवय नही।
28.नाल
29.उरीद उरीद के कोठरी मुंगन देव के गाय बिन दूध के बछरू पाछु पाछु जाय।
29.कूकरी
30.बिन मुड़ के राक्षस गंगा देव सराय हाड़ा के तो चिता जलएव चमड़ा के नहना बनाय।
31.लोदा बइठे फोदा कमावत हे।
31.घर लिपनी
32.कारी गाय करार म बइठे।
33.एक ठन दिया के घर भर भूसा |
34.रामनाथ बारी म जगन्नाथ काटा ओ म फरय 25 ठन भाटा।
35.गरजत आवय घुमरत आवय टोरत आवय लोई ए काहनी ल नई जाने त लागय मोर नंदोई।
36.बइठे बइठे बकबक बाढ़य।
36.घुरवा
37.12 महीना के भात हेरे के बेर ताते तात।
37.घुरवा
38.नरकुल दद जरकुल दाई फुलमत बहिनी फोदल्ला भाई।
38.कुमड़ा (मखना )
39.डलियन डलियन टुटय बजरियन जाय।
39.पान पत्ता
40.छै गोड़ दु पाखी मुड़ ले बड़े आँखि।
41.मछेव अउ छाता
42.एक निसयनी के बारा पक्ति।
42.छाता
43.बिना मुड़ी के चिरई पंख कई हजार।
43.पुस्तक
44.रात खड़े दिन पड़े।
44.गेरवा
45.रात रोये दिन सोये।
45.मोमबत्ती
46.तीर तीर म पचरी बीच म मोंगरी मछरी।
46.दांत अउ जीभ
47.टेड़गा बेड़गा रस्ता बीच म कुआँ।
47.कान
48.एक बित्ता के कोठरी नौ लाख गइया अमाय।
48.मिरचा
49.रेंगत रेंगत धरसा परगे खोजे म मिलय न गोबर।
49.चाटी
50.अरी अउ सरी, लुगरा कस धरि ,पांजर म फूल फुलय, माथा म फरी।
50.जोंधरी
51.ठुडगा रुख म बूड़गा नाचे।
51.टँगीया
52.अउर न मउर बिन फोकला के चउंर।
52.मउहा
53.एक रुख के एक्के पत्ता।
53.झंडा
54.पांच कबूतर पांचों रंग, महल म घुसरे त एक्के रंग।
54.पान
55.एक चलै चिता के चाल म , दूसरा घोड़ा होय।
तीसर चलै हाथी के चाल म ,तभो ले सामना होय।।
55.घड़ी
56.फरय न फुलय सूपा सूपा टूटय।
56.राख
57.भरे तरिया म ,टेड़गी रुख।
57.चिंगरी मछरी
58.तीन गोड़ धरती खड़े, एक गोड़ चले अगाश,बिन बादर के पानी बरसे,गुनी करौ बिचार।
58.कुकूर
59.करिया बइला बइठे हे, लाल बइला भागत हे।
59.आगी
60.हरदी के गोपगाय पीतल के लोटा,इन जानही एला तेन बेंदरा के बेटा।
60.बेल
61.कस रे पर्री टुरी तोला जर आय हे का,कस रे मेछर्रा टुरा मोला ले जाबे का ।
61.रोटी अउ बिलई
62.नानकन लईका राजा संग, बइठ के भात खाय।
ओ जूठा ल राजा खाय त, बीमार पड़ जाय।।
62.माछी
63.एक बाई के दु लुगरा,ओहू म ओखर पाछु डहर उघरा।
63.माछी
64.चार कुंवा बिना पानी के,अट्ठारा चोर एक रानी हे।
64.केरम अउ गोली
65.एक ठन घर के सुनौ कहानी ,करले संगत बनजा ज्ञानी।
65.पुस्तक घर
66.बीच तरिया म,गोबर चोता।
66.कछुवा
67.फूल फुलय रिंगी-चिंगी, फर फरय लमडोरा।
67.मुनगा
68.एक झन गरीब जेखर पेट म लकीर।
68.गहूँ
69.दुरुग के डोकरी पाछु डहर मोटरी।
69.मेकरा
70.छूये म गोल गोल दिखे म लाल,लुगरा पहिने सौ पचास।
70.गोंदली
71.बांधे के बेर एक ठन ,ढीले के बेर दू ठन |
87.ढेकी |
88. काटे रुख उलहोवय नहीं |
88. बोड़री के नाल |
89.बिन पूछी के बछिया भागत -भागत जाय ,बिन गोड़ के राउत पाछू डाहर ले दौड़ाय |
89. मेचका अउ सांप |
90.नानकन टुरी के खोलहा पेट ,शुरू करै जब गिनती त भरजय कोठी अनेक |
90. धान ,गेंहू नापे के काठा |
91 पंर्रा कुकरा के अइठे पूछी ,फुकबे पाछुले त किकिया उठही |
91. शंख |
92. बन ले लानेव बेंदरी ,ओखर छेदेव कान ,मनभर खायेंव दार भात ,फेर फेंक देंव मैदान |
92. पतरी |
93. सुक्खा बोरेंव ,चुचवावत निकालेंव |
93. भात खोये के कलछुल |
94.एक गाँव म दू बहिनी ,दुनों के एके नांव , दुनों के पेट म एक ठो लईका होवत छोड़े गाँव |
95. तरिया के सुतई |
96.न राजा के राज म ,न मालिन के बाग़ म ,परगे कहूँ सपेटा म त , गाबे बिना राग म |
96. करा (ओला ) |
97. कूट कुटेला कूटते जाय ,ओखर दद के मेछा टूटते जाय ,ओखर दाई के पेट फूटते जाय |
97. गेहूं |
98.तीन मुड़ हे फेर शंकर नोहय ,दूध देथे फेर गाय नोहय ,रुख रथे फेर पंछी नोहय|
98.नारियल |
99.सोन के तिजोरी म ,लोहा के ढकना ,खोल के देखेंव तिजोरी त रहय चार ठन पथरा |
99. तेंदू |
100. नानकन टुरी बिकट टोनही ,पागे कहूँ भूल से त बना दिही रोनही |
100. मिर्चा
हमने छत्तीसगढ़ की जनउला और उसके उत्तर इस पोस्ट में बताया है। अगर आपको लगे कि किसी पहेली की उत्तर में कोई त्रुटि हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं। अगर आपके पास भी छत्तीसगढ़ी जनउला हो तो उसे निचे कमेंट बॉक्स में हमसे शेयर जरूर करें। जय छहत्तीसगढ़ महतारी |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQS)-
ANS- छत्तीसगढ़ अंचल में पहेली को जनउला कहा जाता है |
ANS- जनउला को हिंदी में पहेली कहा जाता है |
ANS- पर्यावरण से जुड़े किसी व्यक्ति ,वस्तु ,स्थान के बारे में जालसाजी तरीके पूछना ही जनउला है |
ANS- जनउला का मुख्य उद्देश्य मनोरंजन होता है |
बहुत ही सुंदर संग्रह है ।
Agar le dular le dhar ke kachar de ka kya hoga
Chena
गोबर का कंडा
कंडा (छेना)
मस्त जनउला जनवाए संगी अउ जवाब ह तको संहि लगिस हे
बहुत ही सुघ्घर जनउला हावे संगी…!
हमर छत्तीसगढी जनउला बहुत सुघ्घर हे ..
Majedar janaula he
पिहरी का मतलब क्या होता है
मशरूम
छत्तीसगढ़ी कविता,कहानी,कहावत,जोक्स तको लिखे हौं।google म http://www.hamargaon.com लिख के खोजहु त मिल जाहि ।पढ़ के जरूर बताहू कइसे लगिस।
बहुत अच्छा संग्रह है पढके बहुत ही अच्छा लगा
धन्यवाद सर जी
Gjb he
Gjb he
dhnyvad
एकदम बढिया हावय जी संगवारीं
dhanyvad
Found your post interesting to read. I cant wait to see your post soon. Good Luck for the upcoming update.This article is really very interesting and effective.
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thanks
मइके मा लुगरा पहिरे,
निर्वस्त्र ससुराल जाय।
हाड़ा, गोड़ा संग भँवर परे,
कोन पठौनी जाय।।
इसका उत्तर क्या है सर 🙏🏻